संदेश

नशीली है नज़र उनकी नज़रिया भी शराबी है

तो आँखों से अश्क़ों की बरसात होगी

मै कब कहता हूँ वो अच्छा बहुत है

जैसी हो वैसी ही आ जाओ सिंगार को रहने दो