संदेश

सदमा तो है मुझे भी कि तुझसे जुदा हूँ मैं

अंगड़ाई पर अंगड़ाई लेती है रात जुदाई की

लिख दिया अपने दर पे किसी ने, इस जगह प्यार करना मना है

💞💞The Sufi Master Rumi words about LOVE 💞💞

दिल की ये आरजू थी कोई दिलरुबा मिले

मै नज़र से पी रहा हूँ ये समा बदल न जाए

इक हुनर था कमाल था क्या था?