संदेश

Bahut pyari kavita

जो प्रेम गली में आया ही नहीं

ये जीवन जितना भी सादा रहेगा

एक याद की मौजूदगी सह भी नहीं सकत

WHEN TO BE SILENT

एक क़तरा मलाल भी बोया नहीं गया

चाहत का वही हमसे इरादा नहीं रखता

तुमसे मिलने की आस बाकी है

मैं रह कर खामोश भी बोलता रहा।

फिर नज़रों से नज़रों की बात चले

इश्क मुझको हुआ ,सिर्फ तुमसे हुआ ,

जो सोचा है वो झूठ नहीं

जब भी थामा हैं तेरा हाथ, तो देखा हैं

ख्वाहिशों का खत

परी के किस्से, ग़ज़ल की खुशबू; लहर की थपकी, सहर का जादू

प्यार पर आँच न आये मेरे जाने के बाद

इश्क मुझको हुआ ,सिर्फ तुमसे हुआ ,

और जब ख़त्म हो जाएँगे दुनिया के सारे झगड़े,

ज़िन्दगी को ग़म का

जब प्यार नहीं है तो भुला क्यों नहीं देते?

रस्मे-दुनिया को निभाने का हक सबको है

कुछ दहशत हर बार खरीदा ...

बंद होंठों में छुपा लो ये हँसी के फूल

तुम्हारे कमरे की खिड़की से बहुत साफ़ दिखती थी

मरने में मरने वाला ही नहीं मरता उसके साथ मरते हैं बहुत सारे लोग थोड़ा-थोड़ा!

लाख कसमे दी, लालच दिए, पर जाने वाले कभी लौटे नहीं,

तू इस क़दर मुझे अपने क़रीब लगता है;